अतुल जोशी !किसान के बेटे ने भा रतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की परीक्षा में देशभर में पहला स्थान हासिल किया है !
देहरादून: दून के एक किसान के बेटे ने भा रतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की परीक्षा में देशभर में पहला स्थान हासिल किया है। केदारपुर निवासी अतुल जोशी इस उपलब्धि के बाद इसरो में युवा वैज्ञानिक के तौर पर ट्रेनिंग हासिल करेंगे। आईआईटी दिल्ली से स्नातकोत्तर करने वाले अतुल ने इसी वर्ष भा रतीय इंजीनियरिंग सेवा में भी 34वीं रैंक हासिल की है। प्रतिभा कभी संसाधनों की मोहताज नहीं होती। कोचिंग के लिए पैसे न होने पर केदारपुर निवासी संतोषानंद जोशी का बेटा अतुल अपने पसंदीदा कोर्स के लिए आवेदन नहीं कर सके। खेती बाड़ी कर किसी तरह जीवन यापन करने वाले संतोषानंद ने हमेशा अतुल को प्रेरित करने का काम किया। संसाधन न होने के बावजूद अतुल ने भी हिम्मत नहीं हारी और मेहनत जारी रखी। बीटेक करने के साथ-साथ एमटेक के लिए भी तैयारी की। बीटेक (इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन) करने के बाद उन्होंने 99.93 परसेंटाइल के साथ आईआईटी दिल्ली में प्रवेश हासिल कर लिया। इसके बाद उन्होंने आइआइटी दिल्ली से कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में एमटेक पूरा किया।
अतुल जोशी ने अपने माता-पिता के विश्वास और शिक्षकों के मागदर्शन को सफलता का श्रेय दिया। उन्होंने बताया कि वह बचपन से ही वैज्ञानिक बनकर अपने अभिभा वकों, शिक्षकों और राज्य का नाम रोशन करना चाहते थे। अब उन्हें मौका मिला है और वे अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं। ग्राफिक एरा विवि ने शुक्रवार को अतुल के सम्मान में अभिनंदन समारोह आयोजित किया।
कुमाऊं के रहने वाले अतुल जोशी का परिवार लंबे समय से केदारपुर, मोथरोवाला में रहता है। पिता संतोषानंद जोशी किसान हैं। उनके तीन बच्चों में अतुल सबसे छोटा बेटा है। अतुल ने अतुलनीय सफलता हासिल कर न केवल विवि बल्कि अपने परिवार और राज्य का भी सिर गर्व से ऊंचा किया है। ‘इसरो साइंटिस्ट एग्जाम’ में पहली रैंक हासिल कर वह वैज्ञानिक बन गए हैं। वह जुलाई में बतौर वैज्ञानिक इसरो ज्वाइन करने जा रहे हैं। यहां उनका काम सैटेलाइट से होने वाले कम्युनिकेशन पर काम करना है। बेटे की इस कामयाबी पर माता गीता बेहद खुश हैं।
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